Sunday, July 21, 2013

........ ऐ दोस्त :)


तुमसे दूरी का एहसास जब सताने  लगा ,
तेरे साथ गुज़रा हर लम्हा याद आने लगा  !!
जब भी तुम्हे भूलने की कोशिश की ,
ऐ दोस्त तू दिल के और पास आने लगा  !!



@ राज चौहान 

14 comments:

  1. बहुत खुबसूरत !!

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  2. बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
    अच्छा लिखा है आपने!

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  3. अच्छी रचना, मेरे ब्लॉग पर आकर हौसला बढाने के लिए शुक्रिया !

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  4. बहुत सुंदर
    बधाई

    आग्रह है मेरे ब्लॉग में भी पधारें भी सम्मलित हों
    केक्ट्स में तभी तो खिलेंगे--------

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  5. .......... शानदार प्रस्तुति !!

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  6. बहुत सुंदर शेर.

    रामराम.

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  7. बहुत सुंदर एहसास .......बेहतरीन

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  8. लाजवाब ... दिल के पास आने लगता है ...

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  9. जब भी तुम्हे भूलने की कोशिश की ,
    ऐ दोस्त तू दिल के और पास आने लगा !!
    वाह...वाह ...बहुत खूब |

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  10. बहुत सुंदर,


    यहाँ भी पधारे
    गुरु को समर्पित
    http://shoryamalik.blogspot.in/2013/07/blog-post_22.html

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  11. बहुत सुन्दर...

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  12. अक्सर ऐसा ही होता है..भूलने की कोशिश याद को और मजबूत बनाती है...
    सुंदर क्षणिका।।।

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